Kavita Toh Kahi Nahi - Archana Singh - Livros - Notion Press - 9781638325222 - 7 de abril de 2021
Caso a capa e o título não sejam correspondentes, considere o título como correto

Kavita Toh Kahi Nahi

Archana Singh

Preço
€ 22,49

Item sob encomenda (no estoque do fornecedor)

Data prevista de entrega 13 - 22 de jan de 2025
Presentes de Natal podem ser trocados até 31 de janeiro
Adicione à sua lista de desejos do iMusic

Kavita Toh Kahi Nahi

कविता की गरà¥à¤®à¤¾à¤¹à¤Ÿ आपको पूरे संगà¥à¤°à¤¹ में मिलेगी, जिसमें डॉकà¥à¤Ÿà¤° अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ राकेश सिंह का मन, अनà¥à¤­à¤µ, चेतना, दृषà¥à¤Ÿà¤¿ सब शामिल है. यही कहना चाहूंगा कि हां यह कविता ही है ....! पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª सोमवंशी (कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ संपादक, हिनà¥à¤¦à¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨) यह मातà¥à¤° कविताà¤à¤ नहीं हैं, यह सरल शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में लिखी गहरी सोच है. आज मैं अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ मैम का कवियितà¥à¤°à¥€ रूप देखकर सà¥à¤¤à¤¬à¥à¤§ हूà¤, निशबà¥à¤¦ हूठऔर उनका छातà¥à¤° होने के नाते गौरवानà¥à¤µà¤¿à¤¤ महसूस कर रहा हूà¤. आयà¥à¤·à¥à¤®à¤¾à¤¨ ख़à¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ (फिलà¥à¤® अभिनेता, गायक) उनकी कविताओं में पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, पà¥à¤°à¥‡à¤® और करà¥à¤£à¤¾ का à¤à¤¸à¤¾ संगम है जिसको जब भी पाठक आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤¤ करने बैठे तब समà¤à¥‹ वो उसका जीवन है जो इन कविताओं के माधà¥à¤¯à¤® से à¤à¤• बार फिर आंखों के आगे से गà¥à¤œà¤°à¤¨à¥‡ लगता है. इन कविताओं में वही सपने शामिल हैं जिनके ख़à¥à¤µà¤¾à¤¬ पाठकों ने देखे थे कभी. उनकी लेखनी में हर आम जन मानस का अकà¥à¤¸ छà¥à¤ªà¤¾ है कहीं न कहीं. डॉकà¥à¤Ÿà¤° मंजू डागर चौधरी, कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ संपादक (अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मामले) कॉरà¥à¤ªà¥‹à¤°à¥‡à¤Ÿ इनसाइट आयरलैंड डॉकà¥à¤Ÿà¤° अरà¥à¤šà¤¨à¤¾, जो अपने छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिठहमेशा उनकी चहेती 'अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ मैम' रहेंगी अपने जीवन के खटà¥à¤Ÿà¥‡-मीठे अनà¥à¤­à¤µ बहà¥à¤¤ सहजता से अपनी कविताओं में पिरो देती हैं और अपने पाठकों को अपने संग à¤à¤• मनोरम सफ़




र पर ले जाती है. `मातृभाषा का पà¥à¤°à¤­à¤¾à¤µ' और `ज़à¥à¤°à¥à¤°à¤¾à¤¬à¥‡à¤‚ ' मेरी सबसे पसंदीदा कविताà¤à¤ हैं. जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ कपूर (फिलà¥à¤® पटकथा लेखक) बधाई हो, गà¥à¤¡ नà¥à¤¯à¥‚ज़ इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ This collection of poems by Prof. Archana R. Singh, from School of Communication Studies, Panjab University is an expression of her sensitivity, creativity and intellectual capacity to understand the modern society. They are unputdownable. Khushwant Singh Author and State Information Commissioner, Punjab.

Mídia Livros     Paperback Book   (Livro de capa flexível e brochura)
Lançado 7 de abril de 2021
ISBN13 9781638325222
Editoras Notion Press
Páginas 140
Dimensões 127 × 203 × 8 mm   ·   158 g
Idioma Hindi  

Mostrar tudo

Mais por Archana Singh